Kamaal ka zigar rakhte hain
Kuch log
Dard padhte hain aur
Aaah tak nahi krte
💔💔💔
कमाल का ज़िगर रखते हैं
कुछ लोग
दर्द पढ़ते हैं और
आह तक नहीं करते।
💔💔💔💔
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दर्द भरी शायरी । दर्द पढ़ते हैं आह नहीं करते ।2 Line Shayri
Reviewed by Shyam Dubey
on
August 03, 2018
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