हमारी Arranged Marriage थी. शादी से पहले मैंने शुभांगी से काफी बातें की थी और वो मुझे काफी अच्छी भी लगी थी. मैं एक IT कंपनी में काम करता था और वो स्कूल में टीचर थी. मुझे थोड़ा doubt था कि पता नहीं शुभांगी शादी के बाद मेरे साथ कैसे एडजस्ट करेगी क्यूंकि मेरा ऑफिस टाइमिंग बहुत ज़्यादा था. मैं सुबह 9 बजे जाता था और रात 8 बजे घर आता था. ऑफिस घर से काफी दूर था इसलिए आने जाने में ही करीब एक घंटा लग जाता था.
10 नवंबर 2012 को हमारी शादी हुई थी और शादी के 2 दिन बाद हम बाहर घूमने गए हुए थे. शुभांगी अभी भी मेरे साथ ज़्यादा open नहीं थी, शायद थोड़ा शर्मीली थी लेकिन मैं बिलकुल opposite nature का था.
मैं हर बात खुल कर करता था और मैंने अपने बारे में काफी कुछ शुभांगी को बता दिया था. तो इस दिन हम बाहर चंडीगढ़ के सेक्टर 22 की मार्किट में घूम रहे थे. शुभांगी pop corn खा रही थी और बहुत cute लग रही थी. मैंने चलते चलते शुभांगी से पुछा “तो और तुम्हे क्या-क्या करना अच्छा लगता है, movies या कोई sports या फिर… ??”
मैंने अभी इतना ही कहा था, शुभांगी ने मेरी तरफ देखा और कहा “मुझे अपने मम्मी के घर जाना है….. “
बिना कोई सवाल किये मैंने कहा “ठीक है मैं तुम्हे कल सुबह मम्मी के घर छोड़ दूंगा”
मैंने अभी तक शुभांगी के चेहरे पर वो ख़ुशी नहीं देखी थी जो मैं देखना चाहता था. हम थोड़ा देर और मार्किट में घूमे और फिर घर चले गए. पता नहीं क्यों, शुभांगी मुझे थोड़ा उदास लग रही थी. मैंने पुछा भी लेकिन उसने कुछ नहीं बताया बस कहा कि नयी जगह है इसलिए थोड़ा अलग महसूस हो रहा है.
अगले दिन सुबह मैं और शुभांगी उसकी मम्मी के घर जाने के लिए तैयार हो गए.
शुभांगी उस दिन खुश लग रही थी. मेरा घर चंडीगढ़ के सेक्टर 46 में है और शुभांगी का घर चंडीगढ़ से करीब 12 किलोमीटर की दूरी पर Zirakpur में है. हम कुछ ही minutes में शुभांगी के घर पहुँच गए.
कार से उतरते ही शुभांगी जैसे अपने घर के अंदर जाने के लिए बेचैन थी. हम शुभांगी के घर में गए तो मैंने देखा कि शुभांगी के पिता bed पर लेटे हुए थे, वो बीमार लग रहे थे.
मैंने शुभांगी की माँ से उनकी तबियत के बारे में पुछा तो उन्होंने बताया कि उनकी शुगर बहुत रहती है और शादी के बाद से ही इनकी तबियत ज़्यादा ख़राब हो गयी थी. डॉक्टर ने बताया है कि इनकी Kidneys ख़राब हो चुकी है और अब इनका Dialysis होता है. मैं शुभांगी की उदासी की वजह जान गया लेकिन मुझे बुरा लगा कि शुभांगी ने ये सब मुझे पहले क्यों नहीं बताया.
शुभांगी के घर खाना खाने के बाद मैं अपने घर जाने ही वाला था कि शुभांगी मेरे पास आई और कहा “हमारी अभी अभी शादी हुई थी इसलिए मैंने आपको पापा की तबियत के बारे में नहीं बताया, वर्ना आप भी उदास हो जाते और घरवालो की ख़ुशी भी कम हो जाती.
मैंने शुभांगी को कहा “शुभांगी, जब से हमारी शादी हुई है मैं सिर्फ तुम्हारे चेहरे पर ख़ुशी देखना चाहता था. मैं शायद तुम्हे कीमती तोहफे ना दे सकू लेकिन तुम्हारी ख़ुशी मेरे लिए बहुत कीमती है और मैं वादा करता हूँ कि तुम्हे हमेशा खुश रखूँगा और कोशिश करूँगा कि तुम्हारे चेहरे से ये प्यारी सी smile कभी ना जाए और हाँ please आगे से मुझसे कभी कुछ मत छुपाना। अब अंदर जाओ और पापा का ध्यान रखो. तुम्हे जितने दिन रहना है रहो, बस मुझे रोज़ फोन करते रहना:)
उस दिन शुभांगी ने मुझे पहली बार hug किया और हमारी arranged marriage लव मैरिज में बदल गयी.
उस दिन मुझे एक बात समझ आ गयी – Love is Never Arranged, It Just Happens!!!!
Credit: Mohit Goel
Arrange marriage me bhi love ho sakta hai.... Love story in hindi
Reviewed by Shyam Dubey
on
January 01, 2020
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